Megha Chhaye Aadhi Raat / मेघा छाये आधी रात, बैरन बन गयी निंदिया Lyrics in Hindi
मेघा छाए आधी रात बैरन बन गई निंदिया बता दे मैं क्या करूँ ? सब के आँगन दिया जले रे, मोरे आँगन जिया हवा लागे शूल जैसी, ताना मारे चुनरीयां आई है आँसू की बारात रूठ गये रे सपने सारे, टूट गई रे आशा नैन बहे रे गंगा मोरे, फिर भी मन है प्यासा किसे … Read more